लाल गुलाब की क्या मजाल
जो तुम्हारे सामने खिल जायें
तुम एक बार इशारा करदो
हम यहीं धूल हो जायें
झील सी गहरी नीली आँखें
मीठी मीठी मिश्री सी बातें
लम्बे काले घनेरे बाल
हाय मतवारी तेरी चाल
अगर हो जाये कुछ गुस्ताखी
आज दे देना हमको माफी
जबसे तुमको देखा है
खुद से हुये बेगाने
तुम को बार बार सोचा है
तू माने या ना माने
आज मैं भी एक एलान करता हूँ
मैं ये जान तेरे नाम करता हूँ.
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