तुम
तुम होना ना खामोश कभी,
आँखों में नमी ना लाना कभी,
जो भी हो कह देना मुझसे,
मुझसे छुपाना ना कुछ भी कभी,
जब भी होगी उदास तुम कभी,
तुम्हारे गम चुराऊँगा,
फिर भी ना मुस्काई अगर,
तो गुदगुदी खूब मचाऊँगा,
अगर फिर भी हो तेरी आँख में आँसू,
तो गले से तुझे लगाऊँगा,
समेट के तेरे हर जज़्बात,
दिल में तुझे छुपाऊंगा,
कभी ना जाने दूँगा दूर,
कभी ऐसा तुझमे समाऊँगा,
भूल जायेगी हर गम अपने,
इतना तुझे हसाऊंगा.
No comments:
Post a Comment